कृषि महाविद्यालय, माधव यूनिवर्सिटी में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर भव्य कृषि प्रदर्शनी एवं किसान गोष्ठी का आयोजन किया जिसमें कृषि प्रदर्शनी का उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. संजय तनेजा, जॉइंट डायरेक्टर कृषि प्रसार, सिरोही राजस्थान एवं डॉ. एस. एन. शर्मा, कुलाधिपति, माधव विश्वविद्यालय ने फीता काटकर शुरूआत की कृषि प्रदर्शनी में देश की कृषि तकनीकी से संबंधित कंपनियां अपने उच्च स्तर के उत्पादों को किसानों के लिए प्रस्तुत किया। जिसका किसानों ने बड़ी संख्या में आकर लाभ उठाया और कृषि उत्पादों के बारे में पूर्ण जानकारी प्राप्त की। किसान के तकनिकी ज्ञान में अभिवृद्धि करने के लिए किसान गोष्ठी का भी आयोजन भी किया गया। जिसका मुख्य विषय जैविक खेती को बढ़ावा देना था, जैविक खेती आज के समय की मुख्य जरूरत है जिसको किसानों को अपनाना ही पड़ेगा, क्योंकि इसके अलावा और कोई दूसरा रास्ता नहीं है जिससे हम अपनी भूमि, जल और पर्यावरण को सुरक्षित कर सके। गोष्ठी में कृषि क्षेत्र के विशेषज्ञों ने अपने अपने विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किये। जिसमें डॉ. एस. एन. शर्मा, कुलाधिपति माधव विश्वविद्यालय ने कृषि की मुख्य समस्याएं एवं उनके निदान तथा किसानों का देश की अर्थव्यवस्था में योगदान पर अपनी परिचर्चा प्रस्तुत की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. संजय तनेजा, जॉइंट डायरेक्टर कृषि प्रसार, सिरोही राजस्थान ने मृदा स्वास्थ प्रबंधन तथा मृदा स्वास्थ कार्ड का मुदा स्वास्थ्य प्रबंधन में भूमिका पर किसानों को जागरूक किया। इसके डॉ. राजीव माथुर, कुलपति, माधव विश्वविद्यालय ने माधव विश्वविद्यालय द्वारा किये जा रहे सराहनीय सामाजिक कार्यों के बारे में परिचर्चा व्यक्त की। इसके बाद मोहम्मद इश्क अली वक्तव्य दिया। जिसमें सिरोही जिले के ख्याति प्राप्त किसान जिन्हें शौफ किंग भी कहा जाता है, जिन्होंने आबूशौफ 440 प्रजाति विकसित की है। ऐसे में उत्पादन और गुणवता में है। जिसे हजारों किसानों ने लाभ ले रहे है। उन्होंने और कई इनोवेशन किये अद्वितीय अपनाया है और है। पानी और फसल की सुरक्षा में अहम योगदान दे रहे है।